वो किसी दर्द में था, तुम उसकी ज़िद समझ बैठे । वो किसी दर्द में था, तुम उसकी ज़िद समझ बैठे ।
निरर्थक शब्द बे मतलब में, जोड़ने से है क्या फायदा। निरर्थक शब्द बे मतलब में, जोड़ने से है क्या फायदा।
शान्त हूँ सागर सी कभी कभी लहरों सी उद्दण्ड हो जाती हूँ शान्त हूँ सागर सी कभी कभी लहरों सी उद्दण्ड हो जाती हूँ
फ़लसफ़े ज़िन्दगी के आसान नहीं होते,आसान बनाने पड़ते हैं। फ़लसफ़े ज़िन्दगी के आसान नहीं होते,आसान बनाने पड़ते हैं।
बन सखी उतर जाया करती हो मेरे विचारों के धरातल पर बन सखी उतर जाया करती हो मेरे विचारों के धरातल पर
हे मानस के राजहंस तू चल उस देश जहाँ। हे मानस के राजहंस तू चल उस देश जहाँ।